भुजंगासन के लाभ :
कई तरह के योगासनों में से एक भुजंगासन है, जिसके अनेक स्वास्थ्य लाभ हैं। भुजंगासन का अभ्यास हर उम्र और स्थिति के लोग कर सकते हैं। इस योग से शारीरिक और मानसिक दोनों सेहत पर असर पड़ता है। भुजंगासन पीठ की समस्या, रीढ़ की हड्डी की परेशानियों को ठीक करने में कारगर योग क्रिया है। इसके साथ ही किडनी, लिवर और फेफड़ों को भी स्वस्थ बनाता है। पाचन संबंधी समस्या हो या मांसपेशियों में खिंचाव लाना हो, भुजंगासन का अभ्यास कर सकते हैं। प्रजनन प्रणाली में सुधार, साइटिका, तनाव व थकान के साथ ही महिलाओं के अनियमित मासिक धर्म की समस्या को दूर कर सकता है।
एक योगासन और इतने सारे स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। ऐसे में समय की कमी होने पर सिर्फ भुजंगासन के अभ्यास की आदत बनाकर खुद को सेहतमंद बना सकते हैं। हालांकि भुजंगासन के अभ्यास का सही तरीका अपनाना होगा। गलत तरीके से भुजंगासन का अभ्यास नुकसानदायक भी हो सकता है। आइए जानते हैं भुजंगासन के अभ्यास का सही तरीका और इससे होने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में विस्तार से

भुजंगासन के लाभ
- योग विशेषज्ञों के मुताबिक भुजंगासन पीठ की मांसपेशियों को स्वस्थ रखने में असरदार योग है।
- भुजंगासन को पाचन, लिवर और किडनी के कार्यों में सुधार करने वाला योगासन माना जाता है।
- यह आसन रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है।
- छाती और फेफड़ों, कंधों और पेट की मांसपेशियों को फैलाता है।
- तनाव और थकान को दूर करने में मदद करता है।